देवास देश

गीता जयंती पर्व पर विशेष कार्यशाला….

गीता के स्वाध्याय और चिन्तन से मानव जीवन परिष्कृत होता है – गायत्री परिवार
86 वां व्यसन मुक्ति एवं व्यक्तित्व विकास आयोजन शासकीय हाई स्कूल इटावा में
देवास । अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में युवा प्रकोष्ठ देवास द्वारा सतत रूप से व्यसन मुक्ति एवं विद्यार्थी व्यक्तित्व विकास आयोजन किया जा रहा है जिसके अंतर्गत शासकीय हाई स्कूल ईटावा में उक्त आयोजन किया गया ।
गायत्री शक्तिपीठ जनसंचार विभाग के विक्रमसिंह चौधरी एवं विकास चौहान ने बताया कि गायत्री परिवार द्वारा पूरे भारत में नशा मुक्ति आंदोलन  चलाये जा रहे हैं इसी कड़ी में हाई स्कूल ईटावा में किया गया ।व्यसन मुक्ति आयोजन में मुख्य अतिथि एवं वक्ता के रूप में गायत्री परिवार के रमेशचन्द्र मोदी, प्रमोद निहाले, अरुण शैव्य, देवकरण कुमावत थे ।
गायत्री परिवार के परिजनों ने आयोजन में संबोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन में गीता के स्वाध्याय और चिंतन मनन से जीवन को परिष्कृत किया जा सकता हैं । गीता सदा हमें सदा कर्म फल सिद्धांत और सत्य के साथ चलने की वृहद प्रेरणा देती हैं । गीता का ज्ञान श्रद्धालुओं को सदज्ञान प्रदान करता है, इसलिए विद्यार्थियों को निरंतर स्कूल में गीता का स्वाध्याय करना व कराना चाहिए जिससें उनमें सत्य और कर्म के प्रति अभिरुचि जागे । कार्यक्रम में योग से लाभ और अपने जीवन मे दुर्व्यसन से हानि की चर्चा भी विस्तार से की गई और विद्यार्थियों को आजीवन व्यसन मुक्त रहने की शपथ दिलाई गई ।
आयोजन में स्कूल के प्रभारी प्राचार्य राजेंद्र सोलंकी, ऐश्वर्य मिश्रा, सरला सोनी, कुसुम मेहरा, गजेंद्र परमार, सोभागसिंह, छगनलाल परिहार सहित शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे ।
स्कूल प्राचार्य प्रतिभा गुप्ता ने आयोजन संपन्न कराने के लिए गायत्री परिवार का आभार माना और स्कूल में बच्चों को दैनिक रूप मे गीता ज्ञान देने की बात की  ।