देवास देश

महाराष्ट्र समाज में दो दिवसीय नाट्य मंचन संपन्न

देवास। मराठी साहित्य अकादमी मध्य प्रदेश संस्कृति परिषद एवं महाराष्ट्र समाज देवास द्वारा आयोजित दो दिवसीय कोचकर स्मृति नाट्य प्रसंग के अंतर्गत  7 दिसंबर को एक पत्री नाटक मी द्रोपदी बोलते का मंचन नासिक से आई प्रेरणा देशपांडे द्वारा किया गया। द्रोपदी के पांच पति एवं उनकी सेवा व तिमारदारी के प्रेमराज्य का संचालन, युद्ध तथा अलग अलग अचार विचार व्यवहार के बावजूद  द्रोपदी को उनसे मिले अपमान के कारण व्यथित एक नारी की कथा का प्रस्तुति करण बहुत ही सुंदर  ढंग से किया गया। पण्डित जवाहर लाल नेहरू की 130 वी वर्षगांठ के अंतर्गत बच्चों के लिए बाल नाट्य लोक काय म्हणतिल की प्रस्तुति इंदौर से बच्चो के साथ आये विश्वेश शिधोरे द्वारा दी गई। बच्चो के अभिनय को दर्शकों द्वारा बहुत पसंद किया गया। समाज के एक प्रचलित कोटेशन लोग क्या कहेंगे को दर्शको के सामने रखा गया। 8 दिसंबर को जलगांव से आमंत्रित कलाकारों द्वारा मोहन राकेश के नाटक आधे अधूरे के मराठी रूपांतर अपूर्णाक की प्रस्तुति दी गई। नारायण बाइसकर द्वारा निर्देशित तथा शम्भुजी पाटिल द्वारा रूपांतरित नाटक परिवारिक विषय को लेकर संयुक्त परिवार के बिखरने को लेकर चिन्ता जाहिर की गई है । दो दिवसीय नाट्य प्रसंग के समापन अवसर पर डॉ निशिकांत कोचकर,संकेत सुपेकर निदेशक मराठी साहित्य अकादेमी, पौर्णिमा हुनदिवाले उपस्थित रही।