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महिला सुरक्षा पर MP सरकार अलर्ट, कमलनाथ बोले- बदमाशों से सख्ती से निपटे पुलिस

देश भर में हैदराबाद की हैवानियत के बाद हो रहे प्रदर्शनों के बीच मध्य प्रदेश के महू में बच्ची से रेप और उसकी हत्या, जबलपुर में एक लड़की की दर्दनाक हत्या की घटना से मुख्यमंत्री कमलनाथ चिंतित हैं. उन्होंने बुधवार को पुलिस को निर्देश दिया कि हर हाल में प्रदेश की महिलाओं, युवतियों और बच्चियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए.

  • मुख्यमंत्री कमलनाथ का पुलिस को निर्देश
  • असामाजिक तत्वों के खिलाफ चले मुहिम

देश भर में हैदराबाद की हैवानियत के बाद हो रहे प्रदर्शनों के बीच मध्य प्रदेश के महू में बच्ची से रेप और उसकी हत्या, जबलपुर में एक लड़की की दर्दनाक हत्या की घटना से मुख्यमंत्री कमलनाथ चिंतित हैं. उन्होंने बुधवार को पुलिस को निर्देश दिया कि हर हाल में प्रदेश की महिलाओं, युवतियों और बच्चियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए.

सीएम  कमलनाथ  ने बयान जारी कर कहा कि प्रदेश में बहन-बेटियों, महिलाओं की सुरक्षा और उनको सम्मान दिलाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है. यह हमारे वचन पत्र का प्रमुख बिंदु है. इसे लेकर हमारी सरकार निरंतर कार्य कर रही है.

साथ ही कमलनाथ ने पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘यह भी सच है कि पिछले कई वर्षों से हमारा प्रदेश महिलाओं के साथ अपराधों में बदनाम होकर देश भर में शीर्ष राज्यों में शामिल रहा, लेकिन हम इस दाग़ को धोने का निरंतर प्रयास कर रहे हैं. हम नारों, घोषणाओं, दिखावटी अभियानों और नामों में विश्वास नहीं करते हैं. महिलाओं, बहन- बेटियों के साथ होने वाले अपराधों को लेकर हमारी सरकार गंभीर होकर ऐसे अपराध व अपराधियों के प्रति सजग रहकर कड़ा रवैया अपनाए हुए हैं. इन्हें कड़ी सज़ा दिलाने के प्रति कटिबद्ध होकर निरंतर कार्य कर रही है.

असामाजिक तत्वों के खिलाफ चले अभियान

सीएम कमलनाथ ने कहा कि पूरे प्रदेश में पुलिस प्रशासन को निर्देश दिया है कि महिलाओं, बहन-बेटियों की सुरक्षा में कोई कोताही ना बरते. ऐसी घटनाएं और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इसे लेकर पूर्व में ही निर्देश दिए जा चुके हैं. पूरे प्रदेश में ऐसे असामाजिक तत्वों के ख़िलाफ़ सतत अभियान चलाया जाए. स्कूल-कॉलेज, हॉस्टल के आसपास बहन-बेटियों की सुरक्षा के समुचित इंतज़ाम तथा महिलाओं के कार्यस्थलों के आसपास सुरक्षा के प्रबंध किए जाएं. इस तरह की शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही हो और बहन-बेटियों से संवाद कर उनकी सुरक्षा से जुड़े सुझाव लेकर उन पर भी तत्परता से अमल किया जाए.