ग्राम स्वराज की अवधारणा हो रही है तार तार निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार,
जवाबदार कुंभकरणी नींद में, जनता के पैसे का हो रहा है दुरुपयोग।
उज्जैन। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की ग्राम स्वराज की अवधारणा को ग्राम पंचायतों में सरपंच और सचिव के भ्रष्टाचार ने चारों खाने चित्र कर दिया है दरअसल केंद्र और प्रदेश सरकार ग्राम वासियों को आवश्यक सुविधाएं देने के लिए योजनाओं की गंगा बहा रहे हैं और इन योजनाओं ग्राम पंचायत के अधिकारी अपने गैर जिम्मेदाराना रवैए से पलीता लगा रहे ऐसा ही मामला उज्जैन जिले की खाचरोद जनपद के ग्राम पंचायत बनबना में देखने को मिला
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार खाचरोद जनपद के ग्राम पंचायत बनबना मैं सरपंच और सचिव की मिलीभगत से भ्रष्टाचार का कीर्तिमान बनाया जा रहा है यहां पर छोटे-मोटे निर्माण कार्य से लेकर ग्राम विकास के कार्यों का माखौल उड़ाया जा रहा है दरअसल ग्राम पंचायत बनबना में मनरेगा के कार्यों में नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है बताया जा रहा है कि 78 हजार की लागत से नाला टचिंग का काम की शुरुआत की गई थी उपरोक्त कार्य के लिए मनरेगा के अंतर्गत निर्माण होना था लेकिन सरपंच और सचिवों ने मशीनों से निर्माण कार्यों को अंजाम देकर ₹77 400 रुपए निकाल लिए इतना ही नहीं ग्राम पंचायत बनवारा में सीसी सड़क निर्माण योजना के अंतर्गत महात्मा गांधी ग्राम स्वराज एवं विकास योजनामैं बिल क्रमांक 26 श्री बालाजी मैटेरियल सप्लायर्स 4-3-19 को119,750का खरीदा गया था खास बात तो यह है कि इस बिल में जीएसटी का जिक्र तक नहीं किया ₹229500 की लागत से 15/08/ 2018 में निर्माण कार्य किए जाने की स्वीकृति प्राप्त हुई थी उक्त कार्य में भी इंजीनियरों की अनदेखी के चलते सरपंच और सचिवों ने सीसी रोड कार्य पानी की टंकी से हनुमान मंदिर की ओर बनाया गया था जिसमें कहीं अनियमितताएं हो रही है गुणवत्ता रोड और उच्च अधिकारियों ने आंख पर पट्टी बांधकर भौतिक सत्यापन भी कर दिया और भ्रष्टाचार की गंगा में अपने हाथ धो लिए आला अधिकारी अपनी कुर्सी छोड़कर पंचायत त क जाना उचित नहीं समझते।
इनका कहना
ऐसा कुछ मामला मेरे संज्ञान में नहीं था आपने संज्ञान में लाया है तो हम कर मामले को दिखाकर सख्त कार्रवाई करेंगे निलेश पारीख जिला पंचायत सीईओ