भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी नहीं लेते हैं कोई मामला संज्ञान में
उज्जैन हां सही सुना आपने ऐसा ही कुछ मामला जनपद पंचायत महिदपुर की ग्राम पंचायत कसोंन मैं हो रही धांधली जहां की दो बार प्रकाशित होने वाली खबर पर अभी तक अधिकारी ने नहीं लिया मामला संज्ञान में खास बात तो यह है कि आंगनवाड़ी भवन में नरेगा के तहत मजदूरों को वेतन में हो रही परेशानी का भी मामला सामने आ रहा है खास बात तो यह है कि सरपंच हरि सिंह और सचिव नेपाल सिंह ने मिलीभगत से डॉक्टर बंगाली को एक पट्टा जारी कर दिया जब इस बात का पता गांव में चला तो गांव वालों ने विरोध किया कि जब बाहर का व्यक्ति आकर यहां पर पट्टा ले सकता है तो हम गरीब लोग कहां जाएंगे उजागर होने के बाद सरपंच हरिसिंह सचिव नेपाल सिंह ने तत्काल पट्टा निरस्त कर दिया उल्लेखनीय यह भी है कि लाखों रुपए के बिल जोकि बिगर जीएसटी के लगाएं गए हैं खास बात तो यह है कि उस पंचायत में अधिकारी संज्ञान में ले तो कहीं बड़े घोटाले उजागर हो सकते हैं बताया जा रहा है कि दो नए सीसी रोड बनाए गए हैं उनमें बी अनियमितताएं जोरो तोरो से से की गई है खास बात तो यह है कि अधिकारी भी अपने हिस्से के हकदार रहते हैं ना कोई देखने जाता है ना उनको कोई सीसी रोड से मतलब उनको तो अपने हिस्से से मतलब देखने में तो यह भी आ रहा है कि जब ग्रामीण अपनी समस्या 181 पर शिकायत करते हैं तो सरपंच हरि सिंह द्वारा धमकियां दी जाती हैं कि शिकायत बंद कराने के लिए