कांतिलाल भूरिया का घमंड तोड़ना है
आजादी के बाद लंबे समय तक कांग्रेस को जीत मिली और इसी के दम पर कांग्रेस नेता दावा करते रहे की यह क्षेत्र उनका है। आदिवासी भाइयों के दम पर ही कांतिलाल भूरिया लंबे समय तक विधायक, सांसद और केंद्रीय मंत्री रहे लेकिन इस क्षेत्र के विकास के नाम पर उन्होंने एक ईंट तक नही लगाई। श्री सिंह ने कहा कि आदिवासी भोलेआदिवासी भाइयों को मुख्यधारा से जोड़ने का काम नही किया। इसीलिए कांतिलाल भूरिया को चुनाव हराकर उनका घमंड तोड़ना है और बताना है कि आदिवासी उनका गुलाम नही है।