अधिकार नहीं होते हुए भी जारी कर दिया पट्टा
उज्जैन जनपद पंचायत महिदपुर अंतर्गत ग्राम पंचायतों की हालत अंधेर नगरी चौपट राजा वाली हो रही है यहां की ग्राम पंचायतें बे लगाम होती जा रही है जनपद पंचायत के अधिकारी अपना हिस्सा लेकर बैठे रहते हैं ऐसी आम जनों में चर्चा है वही इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि ग्राम पंचायतों में न तो रूटीन का निरीक्षण होता है और ना ही अन्य दस्तावेजों का अवलोकन ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत कासोन का उजागर हुआ है यहां पर सरपंच हरि सिंह और सचिव ने एक व्यक्ति को फर्जी पट्टा थमा दिया मामला उजागर हुआ तो उसे अब दबाने में लगे हुए हैं इस मामले को लेकर जब हमारे प्रतिनिधि में सरपंच सचिव से बात करना चाहि तो उन्होंने उन्होंने बताया कि मामला पुराना है हमने इसका निपटारा कर दिया है और पट्टा भी कैंसिल कर दिया है बहरहाल अधिकारियों की कारस्तानी समझ से परे है गौरतलब है कि इसी ग्राम पंचायत में फर्जी बिल को लेकर भी मामला उजागर हो चुका है इसको लेकर भी अधिकारी के कानों में जूं तक नहीं रेंग पाई है बिना जीएसटी व गुणवत्ता का ध्यान भी नहीं रखा जा रहा है इधर इसी मामले को लेकर जब जनपद पंचायत मैतपुर की कार्यपालन अधिकारी प्रियंका टैगोर से उनके मोबाइल नंबर 9131712541चर्चा करना चाही तो उन्होंने अपना फोन रिसीव नहीं किया
इनका कहना है
ग्राम पंचायत कासन में सरपंच व सचिव द्वारा बरती जा रही अनियमितता की शिकायतें मिल रही है जांच के पश्चात कार्रवाई किए जाने के निर्देश जारी किए जा रहे हैं
जिला पंचायत सीईओ निलेश पारीख