तंदूरी रोटी और चिकन का सफाया, NGT की सख्ती के बाद लिया ये फैसला
(देवराज सिंह चौहान) गाजियाबाद: गाजियाबाद (Ghaziabad ) में तन्दूरी खाना खाने वालों का जायका बिगड़ने वाला है. एनजीटी (NGT) की सख्ती के बाद गाजियाबाद नगर निगम (Ghaziabad Municipal Corporation) ने शहर के तमाम तंदूर (Tandoor) और भट्टी (Bhatti) को बंद करने के आदेश दिए हैं. आदेश का पालन न करने वालो से नगर निगम पांच हजार से लेकर 50 हजार का जुर्माना भी वसूलेगा.
तंदूर का नाम जुबान पर पानी आ जाता है. मगर अब तंदूरी खाने का जायका बिगड़ने वाला है, क्योंकि गाजियाबाद में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण के मद्देनजर एनजीटी सख्त हुआ और नगर निगम को आदेशित किया कि गाजियाबाद के तमाम होटल, ढाबों आदि पर लकड़ी और कोयले से चलने वाले तमाम तंदूर/भट्टी आदि को बंद किया जाए.
इसके साथ ही आदेश का पालन न करने पर जुर्माना भी वसूल किया जाएगा. हालांकि नगर निगम द्वारा अभियान चलाकर ऐसे तंदूर/भट्टी आदि को बंद किया जा रहा नष्ट किया जा रहा है साथ ही कई होटल ढाबों आदि से जुर्माना भी वसूला गया है. होटल/ढाबा मालिकों को एक सप्ताह का समय भी दिया गया है कि वो लोग अपने तंदूर/भट्टी को गैस से चलाए.वहीं, नगर निगम के इस आदेश के बाद लोगों की अलग-अलग राय हैं, जहाँ एक तरफ लोग इस कदम को सही बात रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कुछ का कहना है कि बेशक नगर निगम का अच्छा कदम है लेकिन खाने के शौकीनों में कहीं न कही तंदूर बंद होने से नाराजगी भी है.