मध्य प्रदेश के लोगों पर महंगाई की मार, पेट्रोल-डीजल के साथ शराब के भी बढ़े दाम
(देवराज सिंह चौहान) भोपालः मध्य प्रदेश सरकार ने शुक्रवार की देर रात पेट्रोल और डीजल पर वैट टेक्स बढ़ाए जाने का फैसला लिया है. प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने न सिर्फ पेट्रोल और डीजल बल्कि शराब के दाम भी बढ़ा दिए हैं. कमलनाथ सरकार ने खाली पड़े खजाने को भरने के लिए पेट्रोल, डीजल पर 5 और शराब पर 10 फीसदी वैट की दरें बढ़ा दी हैं. नई दरें लागू होने के बाद अब प्रदेश की जनता को पेट्रोल पर 28 की जगह 33 फीसदी और डीजल पर 18 की जगह 23 फीसदी वैट देना होगा. वहीं शराब पर 10 फीसदी वैट देना होगा.
बता दें शुक्रवार रात बारह बजे से प्रदेश में पेट्रोल, डीजल और शराब पर वैट टैक्स बढ़ाए जाने के बाद से शनिवार से इसकी नई दरें लागू हो चुकी हैं. इससे प्रति लीटर औसत पेट्रोल दो रुपए 91 पैसे और डीजल दो रुपए 86 पैसे महंगा हो गया. सरकार को इस कदम से महीने में 225 करोड़ रुपए की अतिरिक्त आय होगी.
वाणिज्यिक कर विभाग के प्रमुख सचिव मनु श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश सरकार ने आर्थिक संसाधनों की जरूरत को देखते हुए यह कदम उठाया है. गौरतलब है कि इसके पहले सात जुलाई को पेट्रोल और डीजल पर केंद्र सरकार ने दो-दो और राज्य सरकार ने दो-दो रुपए प्रति लीटर का इजाफा किया था.मध्य प्रदेश सरकार के इस फैसले के बाद अब पूरे प्रदेश में इसका जमकर विरोध देखने को मिल रहा है. पश्चिमी मध्यप्रदेश के आदिवासी झाबुआ जिले में आम लोगों का मानना है कि सरकार के इस निर्णय से आम आदमी पर भार बढ़ेगा. ट्रांसपोर्टेशन कास्ट बढ़ने से सामान की कीमत और अधिक होगी. शहरवासियों का मानना है कि पहले से ही जिले में सब्जियों से लेकर अन्य सामग्री बाहर से आती है. जिसके चलते सामान की कीमत अधिक होती है. अब ऐसे में पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ने से मंहगाई बढ़ेगी. शहरवासियों ने सरकार से वैट टेक्स कम करने की मांग की है.