प्रियंका बोलीं- मंदी की गहरी खाई में अर्थव्यवस्था, कब आंखें खोलेगी सरकार
आर्थिक मंदी की सुगबुगाहटों के बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक बार फिर मोदी सरकार को घेरा है. प्रियंका ने कहा कि अर्थव्यवस्था मंदी की गहरी खाई में गिरती ही जा रही है. लाखों हिंदुस्तानियों की आजीविका पर तलवार लटक रही है. ऑटो सेक्टर और ट्रक सेक्टर में गिरावट प्रोडक्शन-ट्रांसपोर्टेशन में निगेटिव ग्रोथ और बाजार के टूटते भरोसे का चिन्ह है. सरकार कब अपनी आंखें खोलेगी.आर्थिक मंदी की सुगबुगाहटों के बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक बार मोदी सरकार को घेरा है. प्रियंका ने कहा, ‘अर्थव्यवस्था मंदी की गहरी खाई में गिरती ही जा रही है. लाखों हिंदुस्तानियों की आजीविका पर तलवार लटक रही है. ऑटो सेक्टर और ट्रक सेक्टर में गिरावट प्रोडक्शन-ट्रांसपोर्टेशन में निगेटिव ग्रोथ और बाजार के टूटते भरोसे का चिन्ह है. सरकार कब अपनी आंखें खोलेगी.’आर्थिक मंदी की सुगबुगाहटों के बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक बार मोदी सरकार को घेरा है. प्रियंका ने कहा, ‘अर्थव्यवस्था मंदी की गहरी खाई में गिरती ही जा रही है. लाखों हिंदुस्तानियों की आजीविका पर तलवार लटक रही है. ऑटो सेक्टर और ट्रक सेक्टर में गिरावट प्रोडक्शन-ट्रांसपोर्टेशन में निगेटिव ग्रोथ और बाजार के टूटते भरोसे का चिन्ह है. सरकार कब अपनी आंखें खोलेगी.’कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने रविवार को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के 100 दिन पूरे होने पर सरकार के आर्थिक प्रदर्शन को लेकर निशाना साधा था. राहुल ने पहले व्यंगात्मक रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 100 दिन पूरे होने पर बधाई दी और फिर देश के सामने खड़ी आर्थिक मंदी को लेकर मोदी पर निशाना साधा.राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया, “बिना विकास के मोदी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर बधाई, लोकतंत्र का विध्वंस जारी, घुटने टेक चुकी मीडिया पर मजबूत पकड़ ताकि आलोचनाओं पर लगाम लगाई जा सके. नेतृत्व, दिशा एवं योजनाओं का स्पष्ट अभाव, जबकि तबाह हो रही अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है.”कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी मोदी सरकार पर हमला बोला और कहा कि सरकार अभी भी आर्थिक मंदी के मुद्दे पर चुप है और नाटक, छल व झूठ से सच्चाई छिपा रही है. प्रियंका गांधी ने कहा, “सरकार आर्थिक मंदी को लेकर चुप बैठी है. कंपनियों की परेशानी बढ़ने से व्यापार रुक गया है. वे नाटक, छल, झूठ व प्रचार के जरिए देश की हालत को लोगों से छिपा रहे हैं.”