भारी बारिश का कहर, भोपाल सहित 32 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी
(देवराज सिंह चौहान) भोपालः मध्य प्रदेश में शनिवार से जारी हुई बारिश का सिलसिला है कि थमने का नाम ही नहीं ले रहा, जो कि रविवार को भी जारी रहा. राज्य के अलग-अलग हिस्सों में हो रही बारिश ने अब लोगों की परेशानियां बढ़ाना शुरू कर दिया है. जिसके चलते भोपाल, रायसेन और मंडला में स्कूलों की छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं. भोपाल कलेक्टर ने सभी स्कूलों को बंद रखने के आदेश जारी करते हुए स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है. मौसम विभाग के मुताबिक राजधानी भोपाल में रविवार को 44 मिमी बारिश हुई, जिससे निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
आपको बता दें कि भोपाल में 58 साल बाद सितंबर में 1 दिन की सबसे ज्यादा 4 इंच बारिश दर्ज की गई है. जिसके बाद भोपाल में सितंबर का 16.87 सेंटीमीटर का कोटा पूरा हो गया है. इससे पहले 2 सितंबर 1961 को भोपाल में 4.4 इंच बारिश हुई थी. मौसम विभाग ने आज भोपाल समेत 32 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया.
वहीं मौसम विभाग के ऑरेंज अलर्ट जारी करने के बाद रायसेन और विदिशा में भी प्रशासन ने सभी स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी है. भारी बारिश को देखते हुऐ रायसेन कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने आज सभी स्कूलों का अवकाश किया घोषित किया है. बता दें कि मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए अगले 24 घंटों तक लोगों और प्रशासन को सतर्क रहने को कहा है. वहीं प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को भी ऐसी जगहों को खाली करने के आदेश दिए हैं, जहां जलभराव की स्थिति की आशंका बनी है.
विदिशा जिले में भी लगातार जारी मूसलाधार बारिश से जलभराव से बनी स्थिति को देखते हुए कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने जिले के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों और अनुदान प्राप्त संस्थाओं के लिए एक दिन का अवकाश घोषित करने का आदेश जारी किया है. जिला कलेक्टर जे सी जटिया ने आदेश जारी करते हुए सभी को जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह भी दी है. इसके अलावा सागर में भी भारी बारिश के चलते जिले के सभी स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है. हरदा में भी लगातार बारिश को देखते हुए कलेक्टर ने सभी शासकीय और प्राइवेट स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है.
प्रदेश के मंदसौर जिले में भी झमाझम बारिश का दौर लगातार जारी है. बारिश के चलते लबालब भरे डेमो के गेट एक बार फिर खोलने पड़े हैं. इलाके के सबसे बड़े गांधी सागर बांध का एक बड़ा और पांच छोटे गेट खोले गए हैं, जबकि अन्य बांधो रेतम बैराज के आठ गेट गाडगिल सागर के एक गेट और काला भाटा का एक गेट खोला गया है. नदी नालों के उफान पर होने की वजह से ग्रामीण अंचलों में कुछ रास्ते बाधित हुए हैं. गौरतलब है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस समय तक की लगभग दोगुनी बारिश अब तक दर्ज की जा चुकी है.