RSS की बैठक में कश्मीर के हालात, तिरुपति मंदिर और धर्मांतरण पर हुई चर्चा
(देवराज सिंह चौहान) अजमेर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swyamsewak Sangh) अब देश की सीमाओं और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर काम करना शुरू कर चुका है. संघ इसके लिए एक व्यापक कार्य योजना बना रहा है. महत्वपूर्ण बात यह है कि संघ की राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security) को लेकर बनाई जा रही कार्य योजना में संघ के साथ ही उससे जुड़े सभी 34 आनुषांगिक संगठन भी अपनी भूमिका अदा करते हुए दिखाई देंगे.
राष्ट्रीय सुरक्षा के संकल्प के साथ शनिवार को अजमेर के पुष्कर में संघ की तीन दिवसीय राष्ट्रीय समन्वय बैठक शुरू हो गयी है. इस दौरान आरएसएस राष्ट्रवाद (Nationalism) और राष्ट्रीय मुद्दों पर लगातार चिंतन कर रहा है.
छाया रहा राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा
इस दौरान देश में पाक समर्थित आतंकवाद (Pak Sponsored Terrorism) और कश्मीर से धारा 370(Article 370) हटाए जाने के बाद बदले हालातो के बीच अब संघ देश की सीमाओं की सुरक्षा (Security of Borders) और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर मुखर हुआ है. संघ की इस समन्वय बैठक के एजेंडे में राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे को सर्वोपरी रखा गया.
आनुषांगिक संगठनों ने पेश की प्रगति रिपोर्ट
शनिवार को बैठक के प्रथम सत्र में 2018 में आंध्र प्रदेश में हुई बैठक में तय किये गये मुद्दों पर सभी संगठनों ने अपनी प्रगति रिपोर्ट पेश की. वहीं, अन्य सत्रों के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा ही छाया रहा.
बीजेपी ने कश्मीर के हालात पर दी रिपोर्ट
जानकारी के अनुसार, इस बैठक में बीजेपी के प्रतिनिधि के रूप में शामिल कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कश्मीर मुद्दे पर एक रिपोर्ट पेश की है. इस रिपोर्ट में कश्मीर के इतिहास (History of Kashmir) से जुड़े तथ्य शामिल किये गये है. रिपोर्ट में जम्मू-कश्मीर (Jammu and kashmir) और लद्दाख (Laddakh) के परिसीमन के बाद कश्मीर के हालात पर भी जानकारियों को समाहित किया गया है.
राम मंदिर पर वीएचपी ने रखी अपनी बात
प्राप्त जानकारी के अनुसार, अन्य सत्रों में विश्व हिन्दू परिषद(Vishwa Hindu Parishad) के राम मंदिर(Ram Mandir) के साथ ही तिरुपति बालाजी मन्दिर को लेकर चलाए जा रहे आंदोलन पर भी चर्चा की जानकारी निकल कर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोग्जे और उपाध्यक्ष चंपत राय ने राम मंदिर के संबंध में कोर्ट में चल रही सुनवाई की समीक्षा रिपोर्ट पेश की है.
तिरुपति बालाजी मंदिर और धर्मांतरण मुद्दे पर हुई चर्चा
इस दौरान विश्व हिन्दू परिषद के संगठन महामंत्री विनायक राव देशपांडे और महासचिव मिलीं परांडे ने तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji Temple) में गैर-हिन्दुओं (Non Hindus) को नौकरी पर रखे जाने और तिरुमाला पर्वतों पर धर्मांतरण (Religious Conversion) के मुद्दे को भी बैठक में रखा गया.