देवास

। संत रविदास महाराज का 600 वर्ष पुराने मंदिर को तोडने के विरोध में दिया ज्ञापन

देवास  असंख्य समाज के आराध्य संत शिरोमणि गुरू रविदास महाराज का सन् 1416 में बनाया गया भक्ति आश्रम प्रवचन स्थन मंदिर जो कि सिंकदर लोधी बादशाह ने गुरू की तात्कालीन मानव सेवा सामाजिक कुरीतियों एवं एकता के लिये दिये जा रहे आध्यात्मिक प्रवचनों से प्रभावित होकर संत रविदास जी का मंदिर बनाया था। जिसे सरकार ने विकास के नाम पर 10 अगस्त को तोड दिया। जिससे उनके अनुयायियों में भारी आघात पहुंचा है जिसके विरोध में अखिल भारतीय अनुसूचित जाति परिषद देवास के तत्वावधान में समस्त सामाजिक संगठनों ने विशाल रैली निकालकर महामहिम राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि संत रविदास गुरू का मंदिर तत्काल बनवाया जाए । इस अवसर पर अ.जा. परिषद के जिलाध्यक्ष आत्माराम परिहार, कार्यवाहक अध्यक्ष जयप्रकाश मालवीय, उपाध्यक्ष संजय रेकवाल, वरिष्ठ समाज सेवी धीरज कल्याणे, शुभम लाठिया, राजेश गोंदिया, राजेश सोनगरा, भीम आर्मी अम्बेडकर संघ के प्रतिनिधि उपस्थित थे। उक्त जानकारी मीडिया प्रभारी किशोर कुमार ने दी।