उज्जैन

जिले की ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार का बोलबाला सरपंच सचिव की मिलीभगत से हेराफेरी

उज्जैन। उज्जैन जिले की ग्राम पंचायतों में इन दिनों सरपंच और सचिव की मिलीभगत से लाखों का भ्रष्टाचार किया जा रहा है खास बात यह है कि ग्राम पंचायत में विभिन्न मदों से आने वाले निर्माण कार्यों की लागत में नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है जिसे देखने वाला कोई नहीं है
ऐसा ही प्रकरण जनपद खाचरोद तहसील के ग्राम पंचायत सिमरोल में देखने को मिला जिसमें सांसद निधि से 7 लाख की लागत से सीसी रोड निर्माण कि स्वीकृति प्रदान की गई जिसमें ग्राम पंचायत सिमरोल के सरपंच और सचिव ने निर्माण कार्य के लिए सामग्री क्रय की जिसमें 16 फरवरी 19 को श्री नाथ इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर एवं रियल स्टेट से रुपये 94000 का सीमेंट खरीदी का बिल प्रस्तुत किया है खास बात यह है कि इस बिल में जीएसटी का जिक्र तक नहीं किया गया है जबकि इसी पंचायत के एक अन्य बिल राम लखन गुर्जर की फर्म से लिया गया है जिसमें बिल क्रमांक 383 दिनांक 11/ 05 /2019 में 1 लाख 27 हज़ार 8 सौ 90 रुपए के बिल में ढाई परसेंट के हिसाब से सेंटर जीएसटी और स्टेट जीएसटी रुपये 3045 अलग-अलग जोड़ा गया है इससे यह प्रतीत होता है कि 94 हज़ार के श्रीनाथ इंफ्रास्ट्रक्चर के बिल क्रमांक 161 दिनांक 16 फरवरी 19 की सीमेंट खरीदी में बिलों में हेराफेरी की गई है। मामले को लेकर जब हमारे संवाददाता ने सरपंच प्रतिनिधि रामेश्वर गुर्जर से बात की तो उनका जवाब था कि हमने तो दुकान से सीमेंट खरीद ली है उसे जो बिल दिया वही लिया लगाया है ।
जनपद सीईओ ने नहीं उठाया फोन
ग्राम पंचायत में निर्माण कार्यों में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर जब खाचरोद जनपद के सीईओ प्रदीप पाल से उनके मोबाइल नंबर 7440877388 पर चर्चा करना चाहे तो सीईओ महोदय नहीं फोन तक नहीं उठाया जनपद पंचायत के सीईओ महोदय पत्रकारों को कोई तवज्जो नहीं देते हैं और अधिकतर मामलों में फोन उठाना भी उचित नहीं समझते हैं इससे ऐसा प्रतीत होता है कि जनपद पंचायत की ग्राम पंचायतों में हो रहे घोटालों एवं भ्रष्टाचार को उनका वरद हस्त प्राप्त है खास बात यह है कि ग्राम पंचायत के सचिव ईश्वर सिंह और श्रीनाथ इंफ्रास्ट्रक्चर के दुकानदार ने फोन तक रिसीव नहीं किया ।