उज्जैन में पहली बार : ‘नई दृष्टि नई राहÓ वाले
आत्मज्ञानी पूज्यश्री दीपकभाई द्वारा ‘ज्ञानविधिÓ (आत्मज्ञान पाने का अद्भुत भेदज्ञान प्रयोग)उज्जैन। मानव जीवन का ध्येय सर्व दु:खों से मुक्ति का संशोधन करना है। जगत में सभी जीव सुख खोज़ते हैं, लेकिन सच्चे सुख की सही व्याख्या ही नहीं जानते। सुख ऐसा होना चाहिए कि सुख के बाद दु:ख कभी न आये। सुख तो खुद के अंदर ही है, आत्मा में ही है, अत: आत्मा प्राप्त करें तो सुख ही प्राप्त होगा।आत्मा प्राप्त करना यानी ‘सही में खुद कौन है?Ó सिर्फ यह जानना। ‘स्वयंÓ का स्व स्वरूप, नीज स्वरूप, मैं कौन हूँ इसका ज्ञान, ज्ञानी पुरुष के पास से हो जाय और ज्ञानी पुरुष की आज्ञा में हमेशा रहे तो शाश्वत सुख की प्राप्ति हो जाती है। फिर निरंतर निर्विकल्प सुख की अनुभूति हमेशा रहती है।परम पूज्य दादा भगवान का ‘अक्रम विज्ञानÓ ‘स्वयं के वास्तविक स्वरूप (आत्मा)Ó की प्राप्ति के नींव पर आधारित है। यह अद्भुत विज्ञान रोजाना प्रश्नों के लिए व्यावहारिक कुंजी भी प्रदान करता है, जिससे जीवन में शांति और आनंद की प्राप्ति होती है, यहाँ ज्ञानी पुरुष की कृपा से, सिर्फ दो ही घंटों में, नविधिÓ द्वारा ‘स्वयं के वास्तविक स्वरूप (आत्मा)Ó की पहचान संभव है।उज्जैन में पहली बार परम पूज्य दादा भगवान दीक्षित और आत्मज्ञानी पूज्य डॉ. निरुमा के सहाध्यायी आत्मज्ञानी पूज्यश्री दीपक भाई द्वारा ‘ज्ञानविधिÓ का आयोजन किया गया है। ‘ज्ञानविधिÓ आत्मसाक्षात्कार पाने का एक अद्भुत भेदज्ञान का प्रयोग है। यह कार्यक्रम तारीख 9 अगस्त की शाम को 4.30 बजे से ‘झालरिया मठÓ में आयोजित किया गया है, जो हरसिद्धि माता के मंदिर के पीछे , नरसिंह घाट के पास है।यह अमूल्य सत्संग कार्यक्रम नि:शुल्क है और सभी धर्म, संप्रदाय के लोग इस का लाभ ले सकते हैं। विभिन्न टीवी चैनलों पर सत्संग कार्यक्रम देखने वाले उज्जैन के जिज्ञासुओं के लिए आत्मज्ञानी पूज्य श्री दीपक भाई को प्रत्यक्ष देखने और सुनने का यह एक सुनहरा अवसर है।आज दुनिया भर में लाखों लोग दादा भगवान के इस कलिकाल के अचरजकरी, अलौकिक अक्रम विज्ञान द्वारा, जीवन जीने की सच्ची समझ हासिल करके आनंद में रहते हुए, मोक्ष मार्ग पर प्रगति कर रहे हैं। दुनिया के सभी मनुष्य यह ज्ञान प्राप्त करके दु:खों से मुक्त हो, यही भावना के साथ आत्मज्ञानी पूज्य श्री दीपक भाई विश्वभर में परिभ्रमण कर रहे हैं। आप वेबसाइट द्धह्लह्लश्चह्य://222.स्रड्डस् रड्डड्ढद्धड्डद्द2ड्डठ्ठ.शह्म् द्द अथवा द्धह्लह्लश्चह्य://द्धद्बठ्ठस् रद्ब.स्रड्डस्रड्डड्ढद्धड्डद् द2ड्डठ्ठ.शह्म्द्द से अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।