गरिमामयी रहा त्रिवेणी संग्रहालय का “तुलसी पर्व”
उज्जैन । मध्यप्रदेश शासन के संस्कृति विभाग की संस्था त्रिवेणी कला एवं पुरातत्त्व संग्रहालय, उज्जैन में संत महाकवि गोस्वामी तुलसीदास जी की जयन्ती के पावन अवसर पर गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित भक्तिपदों पर एकाग्र सांगीतिक प्रस्तुतियों का आयोजन संग्रहालय के सभागार में हुआ । मुख्य अतिथि श्री पारसचन्द्र जैन, विधायक, उज्जैन उत्तर एवं श्री जीवनसिंह जी ठाकुर, निदेशक, प्रेमचन्द सृजन पीठ, उज्जैन ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया । इस एकदिवसीय आयोजन में उज्जैन के स्थानीय कलाकरों ने गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित विविध भक्ति पदों की सांगीतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से त्रिवेणी के आंगन को सुवासित किया । पहली प्रस्तुति में सुश्री स्वाति उखले एवं साथी कलाकरों ने मालवी लोकपदों के गायन में “श्रीराम जी चन्द्र चकौर”, “धन भाग हमारा”, “इना घर उना घर आनंद” इत्यादि राम भजन आधारित भक्ति गीतों को प्रस्तुत किया । दूसरी प्रस्तुति में उज्जैन की गायिका सुश्री माधुरी बर्वे ने अपने सहयोगी कलाकारों के साथ उपशास्त्रिय गायन में “गाइये गणपति जगवन्दन”, “जाउँ कहाँ तजि चरन तुम्हारे”,“झूलत राम” इत्यादि भक्ति गीतों का सृजन अपनी प्रस्तुति में किया । इनके साथ संगतकारों में श्री निलेश जोशी (हारमोनियम), एवं श्री संजय मिश्रा(तबला) ने साथ दिया । त्रिवेणी कला एवं पुरातत्त्व संग्रहालय में महाकवि तुलसीदास जी की जयन्ति के अवसर पर आयोजित समारोह “तुलसी पर्व” की दोनो ही सांगीतिक प्रस्तुतियों को सुधी श्रोताओं ने खूब सराहा । सभी प्रस्तुतियाँ प्रभावी एंव निःशुल्क होने से दर्शकों का विशुद्ध सात्विक मनोरंजन भी हुआ ।